गौतम बुद्ध की प्रेरणादायक और रोमांचक कहानी Gautam Buddha Moral Story in hindi

गौतम बुद्ध की प्रेरणादायक और रोमांचक कहानी Gautam Buddha Moral Story

प्रारंभिक जीवन

गौतम बुद्ध का जन्म 563 ईसा पूर्व के आसपास लुंबिनी में हुआ था, जो वर्तमान में नेपाल में है। वह शाक्य कुल के शाही परिवार में जन्मे थे। उनके पिता, राजा शुद्धोधन, शाक्य साम्राज्य के शासक थे, और उनकी माता, महारानी माया, कोलियान वंश की राजकुमारी थीं। उनके जन्म के तुरंत बाद, एक बुद्धिमान ऋषि असिता ने भविष्यवाणी की कि यह बालक या तो एक महान राजा बनेगा या एक महान आध्यात्मिक नेता।

चार दृष्टियाँ

राजा शुद्धोधन ने अपने पुत्र को हर प्रकार के कष्ट और दुख से दूर रखने का प्रयास किया, लेकिन सिद्धार्थ ने एक दिन महल से बाहर जाने का निर्णय लिया। बाहर जाने पर उन्होंने चार दृश्यों का सामना किया जो उनके जीवन को बदल देंगे:

  1. वृद्ध व्यक्ति: उन्होंने एक वृद्ध व्यक्ति को देखा और उन्हें समझ में आया कि बुढ़ापा अवश्यंभावी है।
  2. रोगी व्यक्ति: उन्होंने एक बीमार व्यक्ति को देखा और उन्हें बीमारी के कारण होने वाले कष्ट का एहसास हुआ।
  3. मृतक व्यक्ति: उन्होंने एक शव देखा और उन्हें मृत्यु की वास्तविकता का सामना करना पड़ा।
  4. सन्न्यासी: उन्होंने एक साधु को देखा और उनमें साधना की प्रेरणा जागृत हुई।

 Gautam Buddha Moral Story

महान त्याग

इन दृश्यों ने सिद्धार्थ को गहराई से प्रभावित किया और उन्होंने 29 वर्ष की आयु में अपने राजसी जीवन, पत्नी यशोधरा और नवजात पुत्र राहुल को छोड़ने का निर्णय लिया। वह संसार के दुखों का कारण और उसे समाप्त करने का उपाय खोजने के लिए निकले।

मध्य मार्ग और ज्ञान प्राप्ति

सिद्धार्थ ने विभिन्न गुरुओं के साथ अध्ययन किया और कठोर तपस्या की, लेकिन उन्हें समझ में आया कि अतिअत्याचार भी मार्ग नहीं है। उन्होंने मध्य मार्ग का पालन करने का निर्णय लिया और बोधगया में एक पीपल के वृक्ष के नीचे ध्यान में बैठ गए। 49 दिनों के ध्यान के बाद, उन्होंने पूर्ण ज्ञान प्राप्त किया और बुद्ध बन गए। Follow us:-क्या आप भी सोये हुए हैं ? Gautam Buddha Story In Hindi

धर्मचक्र प्रवर्तन

ज्ञान प्राप्ति के बाद, बुद्ध ने सारनाथ में अपने पहले उपदेश में चार आर्य सत्य और अष्टांगिक मार्ग का उपदेश दिया। उनके उपदेशों ने संपूर्ण भारतवर्ष में धर्म का प्रचार किया और अनगिनत शिष्यों को आकर्षित किया। उनके शिष्य संघ ने उनकी शिक्षाओं को संपूर्ण विश्व में फैलाया।

अंतिम उपदेश और परिनिर्वाण

बुद्ध ने 80 वर्ष की आयु में अपना अंतिम उपदेश दिया और कहा, “सभी वस्तुएं नश्वर हैं। धर्म का पालन करते रहो।” इसके बाद उन्होंने परिनिर्वाण प्राप्त किया।

गौतम बुद्ध की कहानी साहस, सत्य और आत्मज्ञान की अद्भुत यात्रा है। उनके उपदेश आज भी अनगिनत लोगों को प्रेरित करते हैं और उनके जीवन की राह को प्रकाशित करते हैं।

Follow us:-http://@successfullquote3562

One thought on “गौतम बुद्ध की प्रेरणादायक और रोमांचक कहानी Gautam Buddha Moral Story in hindi

Comments are closed.